गिलोय : बीमारियों को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखती है।
Giloy ke fayade। गिलोय के फायदे गिलोय की संपूर्ण जानकारी | giloy ki sampurn jaankari गिलोय के अन्य नाम। giloy ke anya name आयुर्वेद में गिलोय को कई नामों से पुकारा जाता है जिनमें यथा अमृता, गुडुची, छित्ररुहा, और चक्रांगी मुख्य रूप से हैं। बहुवर्षायू तथा अमृत के समान गुणकारी होने के कारण इसका नाम अमृता भी है आयुर्वेद में इसे महान औषधि माना गया है गिलोय के रंग रूप तथा प्राप्ति स्थान - giloy kaisa hota hai aur kaha paya jaata hai गिलोय के पत्ते बिल्कुल पान के पत्ते के समान दिखायी देते हैं, गिलोय की लता जंगलो, खेतों की मेड़, पहाड़ों के चट्टानों पर कुंडलाकृति मे चढ़ती हुई पाई जाती है यह अधिकतर नीम और आम के पेड़ के आसपास पायी जाती है। आपको बता दें कि जिस पेड़ को यह आधार बनाती है उसमे अपने गुण समाहित कर देती है इसका तना छोटी अंगुली से लेकर अंगूठे इतना मोटा होता है इसकी जड़े जगह जगह से निकलकर नीचे झूलती है चट्टानों अथवा खेतों की मेडों पर जड़े ज़मीन मे घुस कर अन्य लताओं को जन्म देती है। गिलोय के लाभ। giloy ke labh Giloy ke kya fayade hain Giloy me kya paya jaata hai Giloy kis bimari ko sa